उच्च परिणाम के गोमेद रत्न किस उंगली में पहनना चाहिए?

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गोमेद रत्न, जिसे हेसोनाइट (Hessonite) भी कहा जाता है, एक अर्ध-कीमती रत्न है जो राहु ग्रह से जुड़ा होता है। यह आमतौर पर भूरा, लाल-भूरा, शहद जैसा पीला और नारंगी रंगों में पाया जाता है। सबसे बेहतरीन गुणवत्ता के गोमेद रत्न श्रीलंका से आते हैं, जबकि भारत और अफ्रीका में भी इसके कई स्रोत हैं। यह रत्न मोह्स स्केल पर लगभग 7.5 कठोरता के कारण आभूषणों में भी लंबे समय तक टिकता है।

गोमेद रत्न का ज्योतिषीय महत्व

ज्योतिष शास्त्र में गोमेद रत्न राहु ग्रह से संबंधित माना जाता है। अगर कुंडली में राहु की स्थिति अशुभ हो, तो इसके दुष्प्रभावों से बचने के लिए गोमेद धारण करने की सलाह दी जाती है। यह व्यक्ति के आत्मविश्वास, मानसिक स्पष्टता और जीवन में स्थिरता लाने में मदद करता है। विशेष रूप से वृषभ, मिथुन, तुला और कुंभ राशि के लोग इस रत्न से अधिक लाभ उठा सकते हैं।

गोमेद रत्न किस उंगली में पहनना चाहिए?

ज्योतिष के अनुसार, गोमेद को दाहिने हाथ ya (working hand) की मध्यमा उंगली (Center Finger) में पहनना सबसे उत्तम माना जाता है।

  • पुरुषों के लिए भी दाहिने हाथ (working hand) की मध्यमा उंगली ही उपयुक्त है।
  • महिलाओं के लिए भी यही उंगली सबसे सही मानी जाती है।

मध्यमा उंगली में पहनने से राहु ग्रह की शक्ति को संतुलित किया जाता है और व्यक्ति को मानसिक शांति, आत्मविश्वास और निर्णय क्षमता में मजबूती मिलती है।

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गोमेद किस उंगली में पहने और क्यों?

  • राहु ग्रह का प्रभाव सीधे मस्तिष्क, निर्णय क्षमता और मानसिक शक्ति पर होता है।
  • मध्यमा उंगली शनि ग्रह से भी जुड़ी होती है और राहु-शनि की अनुकूलता के कारण गोमेद का असर और बढ़ जाता है।

इसी कारण गोमेद किस उंगली में पहने इसका सही उत्तर है: दाहिने हाथ की मध्यमा उंगली।

गोमेद रत्न पहनने के लाभ

  • राहु ग्रह के दुष्प्रभाव कम करना
  • मानसिक स्पष्टता, आत्मविश्वास और एकाग्रता में वृद्धि
  • नकारात्मक ऊर्जा, बुरी नजर और डर से सुरक्षा
  • जीवन की चुनौतियों और बाधाओं को कम करना
  • शिक्षा, करियर और व्यापार में सफलता पाना

Learn गोमेद रत्न पहनने के फायदे

गोमेद रत्न पहनने का सही समय और धातु

  • गोमेद रत्न शनिवार सुबह धारण करना सबसे शुभ माना जाता है।
  • इसे चांदी की अंगूठी में जड़वाकर पहनें।
  • धारण करने से पहले रत्न को गंगाजल और कच्चे दूध से शुद्ध करें।
  • राहु मंत्र “ॐ रां राहवे नमः” का 108 बार जाप करें, फिर इसे दाहिने हाथ की मध्यमा उंगली में पहनें।

गोमेद का असर कितने दिन में दिखता है?

सही ढंग से धारण किया गया असली गोमेद रत्न आमतौर पर 25 से 30 दिनों के भीतर असर दिखाना शुरू कर देता है। व्यक्ति में आत्मविश्वास, ऊर्जा और मानसिक स्थिरता महसूस होने लगती है।

Learn Gomed Stone Advantages in English

निष्कर्ष

गोमेद रत्न किस उंगली में पहने? इसका सबसे सही उत्तर है: दाहिने हाथ की मध्यमा उंगली।

सही धातु (चांदी), सही दिन (शनिवार) और सही मंत्र के साथ धारण किया गया गोमेद रत्न राहु ग्रह के अशुभ प्रभाव को कम करता है और जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है।

ध्यान रखें, हमेशा 100% प्राकृतिक और प्रमाणित गोमेद रत्न ही धारण करें। MyRatna से खरीदा गया असली और प्रमाणित गोमेद ही आपके लिए सही परिणाम देगा।

FAQs: पूछे जाने वाले प्रश्न

प्रश्न: गोमेद रत्न किस उंगली में पहनना चाहिए?

उत्तर: दाहिने हाथ की मध्यमा उंगली में।

प्रश्न: गोमेद किस उंगली में पहने?

उत्तर: दाहिने हाथ की मध्यमा उंगली सबसे उचित है, चाहे पुरुष हों या महिलाएं।

प्रश्न: गोमेद पहनने का सबसे अच्छा दिन कौन सा है?

उत्तर: शनिवार की सुबह।

प्रश्न: गोमेद का असर कितने दिन में दिखता है?

उत्तर: आमतौर पर 25-30 दिनों में असर दिखने लगता है।

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