12 मुखी रुद्राक्ष के फायदे और नुकसान

0


रुद्राक्ष का संबंध भगवान शिव से माना जाता है, और प्रत्येक मुखी रुद्राक्ष की अपनी विशेष ऊर्जा और प्रभाव होते हैं। इनमें से 12 मुखी रुद्राक्ष विशेष रूप से भगवान सूर्य का प्रतीक माना जाता है। इसे सूर्य रुद्राक्ष भी कहा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इसे पहनने से व्यक्ति के जीवन में सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे यश, शक्ति, तेजस्विता और नेतृत्व क्षमता में वृद्धि होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य ग्रह कमजोर हो या पितृ दोष हो, तो 12 मुखी रुद्राक्ष धारण करना शुभ फलदायी होता है।

इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि 12 मुखी रुद्राक्ष के फायदे, इसके नुकसान और इसे धारण करने की सावधानियां क्या हैं।

12 मुखी रुद्राक्ष के फायदे (12 Mukhi Rudraksha ke Dayde)

  • आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता: 12 मुखी रुद्राक्ष व्यक्ति को आत्मविश्वासी और निर्भीक बनाता है। यह नेतृत्व क्षमता को बढ़ाता है और जीवन में आने वाले निर्णयों को लेने में मदद करता है। यह वकीलों, डॉक्टरों, प्रबंधकों, राजनेताओं और शिक्षकों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है।
  • करियर और प्रोफेशनल सफलता: सूर्य ग्रह को सम्मान और अधिकार का कारक माना जाता है। इस रुद्राक्ष को धारण करने से व्यक्ति को करियर में तरक्की, प्रमोशन और सार्वजनिक बोलचाल (public talking) में सफलता मिलती है।
  • सकारात्मक ऊर्जा और सुरक्षा कवच: यह रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति के चारों ओर सकारात्मक ऊर्जा का कवच बना देता है। नकारात्मक शक्तियाँ, बुरी नज़र और मानसिक भय धीरे-धीरे कम होने लगते हैं।
  • मानसिक शांति और आध्यात्मिक विकास: 12 मुखी रुद्राक्ष मन को शांत करता है, चिंता और तनाव को कम करता है। साथ ही, यह ध्यान और साधना करने वालों के लिए बेहद उपयोगी है क्योंकि यह मन को एकाग्र करता है और आध्यात्मिक उन्नति में मदद करता है।
  • स्वास्थ्य संबंधी लाभ: सूर्य ग्रह का सीधा संबंध स्वास्थ्य से है। इस कारण 12 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से:
    • आँखों की कमजोरी और दृष्टि संबंधी समस्याओं में सुधार होता है।
    • त्वचा संबंधी रोगों से राहत मिलती है।
    • हृदय और रक्त संचार प्रणाली को स्वस्थ बनाता है।
    • पाचन तंत्र को मजबूत करता है और शरीर में ऊर्जा बढ़ाता है।
  • वास्तु दोष निवारण: कई लोग मानते हैं कि 12 मुखी रुद्राक्ष घर या कार्यस्थल के वास्तु दोष को दूर करने में सहायक होता है। इसे मंदिर या पूजा स्थल पर रखने से वातावरण में सकारात्मकता और समृद्धि आती है।
  • आर्थिक लाभ और समृद्धि: सूर्य को धन और वैभव का कारक भी माना जाता है। इस रुद्राक्ष को धारण करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है, व्यापार में वृद्धि होती है और व्यक्ति सांसारिक सुख-सुविधाओं का आनंद लेता है।

किनके लिए विशेष लाभकारी है?

  • नेतृत्व की भूमिका में रहने वाले लोग – वकील, डॉक्टर, प्रबंधक, राजनेता, बिज़नेस लीडर्स।
  • करियर में सफलता चाहने वाले युवा – नौकरी, इंटरव्यू या प्रमोशन की तैयारी करने वाले।
  • आध्यात्मिक साधक और ध्यान करने वाले लोग।
  • स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे व्यक्ति, खासकर आँखों, त्वचा और हृदय से जुड़ी दिक्कतों वाले।

Learn 14 मुखी रुद्राक्ष के फायदे और नुकसान

12 मुखी रुद्राक्ष के नुकसान (12 Mukhi Rudraksha ke Nuksan)

ध्यान देने वाली बात यह है कि 12 मुखी रुद्राक्ष से कोई सीधा नुकसान नहीं होता, लेकिन इसे धारण करने वाले को कुछ नियमों और सावधानियों का पालन करना ज़रूरी है।

1. सोते समय न पहनें

रुद्राक्ष को रात में सोते समय उतार देना चाहिए। इसे पहनकर सोने से यह अशुद्ध हो सकता है और इसकी सकारात्मक ऊर्जा कम हो सकती है।

2. अशुद्ध जगहों पर न पहनें

श्मशान, कब्रिस्तान या किसी भी मृत्यु से जुड़ी जगह पर इसे धारण करके नहीं जाना चाहिए। ऐसा करने से रुद्राक्ष की शक्ति नष्ट हो सकती है।

3. सात्विक जीवन अपनाएं

12 मुखी रुद्राक्ष पहनने वाले व्यक्ति को मांस, मदिरा और नशे जैसी चीज़ों से दूर रहना चाहिए। इसका सीधा असर रुद्राक्ष की ऊर्जा और प्रभाव पर पड़ता है।

4. केमिकल से बचाएं

रुद्राक्ष को तेल, साबुन, शैम्पू और अन्य केमिकल्स के संपर्क में नहीं लाना चाहिए। इससे इसकी सतह खराब हो सकती है और यह जल्दी टूट सकता है।

5. त्वचा संबंधी संवेदनशीलता

कुछ लोगों की त्वचा संवेदनशील होती है। ऐसे में रुद्राक्ष पहनने पर खुजली, जलन या लालिमा हो सकती है। ऐसी स्थिति में तुरंत इसे उतार देना चाहिए और डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

6. दूसरों का रुद्राक्ष न पहनें

रुद्राक्ष को व्यक्तिगत माना जाता है। किसी और द्वारा पहना हुआ रुद्राक्ष पहनना अशुभ और हानिकारक हो सकता है।

7. ज्योतिषाचार्य की सलाह लें

रुद्राक्ष धारण करने से पहले किसी योग्य ज्योतिषाचार्य या रुद्राक्ष विशेषज्ञ की सलाह लेना जरूरी है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि यह आपके ग्रहों और जीवन परिस्थिति के अनुसार उचित है या नहीं।

Learn 11 मुखी रुद्राक्ष के फायदे और नुकसान

12 मुखी रुद्राक्ष पहनने का सही तरीका

  • इसे रविवार के दिन, सूर्योदय से पहले स्नान करके धारण करना शुभ माना जाता है।
  • धारण करने से पहले रुद्राक्ष को गंगाजल और कच्चे दूध से शुद्ध करें।
  • इसे “ॐ सूर्याय नमः” या “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करके धारण करें।
  • इसे सोने, तांबे या पंचधातु की चेन/माला में पहन सकते हैं।

Learn 10 Mukhi Rudraksha Advantages in Hindi

निष्कर्ष

12 मुखी रुद्राक्ष भगवान सूर्य का प्रतीक है और इसे धारण करने से व्यक्ति में तेजस्विता, आत्मविश्वास, करियर में उन्नति, स्वास्थ्य लाभ और आर्थिक समृद्धि प्राप्त होती है। हालांकि, इसके साथ कुछ सावधानियाँ ज़रूरी हैं, जैसे कि अशुद्ध स्थानों पर न पहनना, मांस-मदिरा से दूर रहना और सात्विक जीवन अपनाना।

यह रुद्राक्ष उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जो नेतृत्व की भूमिका में हैं, करियर में आगे बढ़ना चाहते हैं या आध्यात्मिक साधना में रुचि रखते हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *